विवाह पुर्व झगड़ा प्रथा पुर्ण निषेध
विवाह पुर्व झगड़ा प्रथा पुर्ण निषेध
परमार समुदाय के सबसे अधिक बाहुल्य एंव
बडे मजमे से झगड़ा प्रथा का बहिष्कार परमार
समाज के प्रतिनिधियों द्वारा किया गया
झगड़ा प्रथा असविंधानिक होने के साथ साथ असमाजिक भी हे प्रतिभाओ का हनन असमनुपात व मानसिक विकलांगता भी हे
कुछ अरसो से यह प्रतिभा व समाजिक स्वतंत्रता कि कि हत्या करती रही हे
इस हेतु समाज के प्रतिनिधियों ने झगड़ा प्रथा का बहिष्कार व असहयोग कि आपील कि है.
विसाल वहान रैली बसंत उत्सव शुजालपुर से झगडा प्रथा का दमन किया तत्पश्चात बसंत उत्त्सव कालापिपल से भी झगड़ा प्रथा निषेध पर जन सूचना कि गई
इस मोके पर निम्नलिखित समाजिक प्रतिनिधि उपस्थित थे.
श्री रामनारायण जी परमार बासाब
श्री इंदरसिंह जी परमार
श्री अजब सिंह जी दरबार
श्री भोजराज जी परमार
श्री अशोक जी परमार
श्री तुलसीराम जी पटेल
श्री मति बबीता जी परमार
श्री मति लीला देवी परमार
श्री मति सरिता जी परमार
श्री सुरज सिंह परमार
श्री नारायण सिंह जी परमार
श्री गजेन्द्र जी सिसोदिया
श्री रामनारायण चाचा
श्री हुकुम सिंह जी देशप्रेमी
व अन्य समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ जन
अगर आपसे कोई व्यक्ति विशेष विवाह पूर्व झगड़े कि मांग करता है तो आप समाजिक प्रतिनिधीयों को सुचित करे
एंव स्वतंत्र समाजिक पर्यावरण मे अपने सबंधो को आत्ममुग्ध होकर जिए
आने वाले दिनकर के उजाले कि धुंधली तस्वीरे आखो मे बन रही है
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